ब्रह्म मुहूर्त में सुबह ४ से ६ बजे के बीच या सूर्यास्त के समय। मनुष्य के जीवन में चाहे आन्तरिक शत्रु जैसे काम, क्रोध, लोभ,मोह, अहंकार आदि हों या बाहर के शत्रु हों तो जीवन की गति थम सी जाती है ॐ ह्रीँ चिन्तितार्थफलप्रदायै पद्मावत्यै नमः । ॐ ह्रीँ https://free-kundli11986.targetblogs.com/32882202/the-basic-principles-of-most-powerful-sarv-karya-sidh-shabar-mantra-karya-siddhi-shabar-mantra-most-powerful-shabar-mantra