ह्लीं बगलामुखी विद्महे दुष्टस्तंभनी धीमहि तन्नो देवी प्रचोदयात्॥ “ૐ ह्रीं बगलामुखी सर्वं ध्रुवं वाचं मुखं पदं स्तम्भया जीवाहं किलोक् किलोक बनसाय ह्रीं ॐ स्वाहा” नोट : रुद्राक्ष की माला से इस मंत्र का जप करें. The report explores the thought of Navagraha in Vedic astrology, detailing the 9 celestial deities https://free-kundali37260.topbloghub.com/38581587/baglamukhi-beej-mantra-for-dummies