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Shiv chalisa lyrics bhakti bharat Can Be Fun For Anyone

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दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं । सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥ नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥ भूत पिसाच निकट नहिं आवै। महाबीर जब नाम सुनावै।। जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव…॥ लाय सजीवन लखन जियाये। श्री रघुबीर हरषि उर लाये।। कार्तिक श्याम और https://shivchalisas.com

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