लै त्रिशूल शत्रुन को मारो । संकट से मोहि आन उबारो ॥ चारों जुग परताप तुम्हारा। है परसिद्ध जगत उजियारा।। प्रतिदिन शिव चालीसा का पाठ करने से आपके जीवन की कठनाईया दूर होती हैं । किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी॥ सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह https://shivchalisas.com