त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥ तीनों लोक हाँक तें काँपै ॥२३॥ भूत पिसाच निकट नहिं आवै । एक देश की धरती अपने सुगंध व प्यार को पक्षियों के माध्यम से दूसरे देश को भेजकर सद्भावना का संदेश भेजती है। धरती अपनी भूमि में उगने वाले फूलों https://hindubhajan.in/